निर्भया के गुनाहगारों का ब्लैक वारंट जारी होते ही जेल में उनके फांसी देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हालांकि निर्भया के गुनहगारों से पहले 9 जनवरी के दिन भी तिहाड़ में चार फांसी होगी। इसका समय भी वही होगा जो निर्भया के गुनहगारों का है। जानिए 9 जनवरी को होगी फांसी का क्या है पूरा मामला....
गौरतलब है कि गुनाहगारों के डमी को गुरुवार को फांसी पर लटकाया जाएगा। जेल सूत्रों का कहना है कि अदालत से ब्लैक वारंट जारी होने के बाद फांसी देने तक की जिम्मेदारी जेल प्रशासन की है। जेल प्रशासन दोषियों को फांसी देने से पहले उसकी पूरी तैयारी करता है। तिहाड़ जेल में अब एक नया फांसी घर भी तैयार कर लिया गया है।
अब जेल प्रशासन दोषियों के डमी को फांसी पर लटकाने का अभ्यास शुरू करेगी। सूत्रों का कहना है कि बृहस्पतिवार सुबह सात बजे डमी को फांसी दी जाएगी। इसके लिए जेल प्रशासन ने दोषियों के वजन के मुताबिक डमी तैयार कर ली है।
जेल अधिकारियों का कहना है कि जेल मैनुअल के मुताबिक फांसी देने से पहले डमी के जरिए इसका अभ्यास किया जाता है। जिसके जरिए देखा जाता है कि फांसी देने के समय किसी तरह की कोई दिक्कत न आए। डमी को फांसी देने से पहले दोषियों का वजन लिया जाएगा।
फिर उसी वजन के डमी को तैयार कर फांसी पर लटकाया जाएगा। जिससे देखा जाएगा कि वजन लटकने के बाद रस्सी की गांठ किस तरह से खुलती है। अधिकारियों के मुताबिक इस तरह के अभ्यास से गड़बड़ियों को दूर किया जाता है।